- कुछ लोगो का अभिप्राय है कि विज्ञापन जीवन में जरूरी और महत्वपूर्ण हैं, जबकि कुछ लोग ऐसा मानते है कि विज्ञापन जरूरी नहीं है और उनका लोगो पर विपरीत असर होता है| इस निबंध में हम दोनों पहलु पर चर्चा विचारणा करेंगे|
- विज्ञापन क्या है: -
- विज्ञापन व्यपार और वाणिज्य के ऐसे सन्देश का काम करता है जो कि एक बहुत बड़ी संख्या में जनसँख्या को उपयोगी उत्पाद एवं सेवाओं की जानकारी देता है| इससे लोगों को सही उत्पाद और सेवाओ को प्राप्त करने में सहायता मिलती है और व्यापारियों को कारोबार एवं मुनाफा| व्यापारियों का कारोबार देश की अर्थव्यवस्था की प्रगिति में योगदान देता है और देश को उन्नत बनाता है|
- कुछ पदार्थ जैसे कि शराब, तम्बाखू, गुठका इत्यादि जोकि अत्यंत हानिकारक और जानलेवा हैं, उनके विज्ञापन बड़े बड़े नामी फिल्म अभिनेताओं और सुन्दर एवं मनमोहक अभिनेत्रियों को चुन कर बहुत ही आकर्षक बनाये जाते है| ये विज्ञापन अख़बारों,मगज़िनो और टीवी में प्रसारित किये जाते हैं| ये विज्ञापन जनता को मोहित कर देते हैं और जनता, जिसमे की युवा पीढ़ी शामिल है इन पदार्थों के सेवन से स्वास्थ्य बिगाड़ लेते हैं| इस प्रकार युवा पीढ़ी का बर्बाद होना देश की उन्नति में बाधक है|
- सॉफ्ट ड्रिंक्स के विज्ञापन बहुत ही अतिश्योक्ति वाले बनाये जाते हैं| जैसे की एक हीरो ऊँची ईमारत पे सॉफ्ट ड्रिंक पीकर अपने कपड़ों में आग लगा कर जमीं पर कूद पड़ता है और उसे खरोंच तक नहीं लगती| इस प्रकार के विज्ञापन की नक़ल करने से कुछ युवाओं की मृत्यु भी हो चुकी है जो की अख़बारों में चर्चित हो चुकी है और अत्यंत ही खेदजनक है| मीडिया और टीवी सिर्फ वाणिज्य के लिए ही नहीं परन्तु जनता की सही शिक्षा एवं मार्गदर्शन के लिए है| इसप्रकार के भ्रमित करने वाले विज्ञापनों के लिए नहीं|
- लड़कियों के छोटे छोटे अंडरवेअर्स, ब्रा,पैंटी वगेरा के विज्ञापन बहुत ही आकर्षक बनाये जाते है और मुख्य मार्गों पर होरोडिंग के रूपमे लगाये जाते हैं| ये विज्ञापन राहगीरों को उत्तेजित करते हैं| राहगीरों में स्कूल कॉलेज के लड़के लडकियां भी शामिल है जिनकी मानसिकता पर उत्तेजना का विपरीत असर होता है| होरोडिंग वाहन चालकों का ध्यान अपनी और आकर्षित करते है, परिणामस्वरूप भयंकर अकस्मात् होते है जिसमे की जान माल की हानि होती है|
- अंत में निष्कर्ष इतना ही निकलता है की विज्ञापन व्यपार एवं वाणिज्य का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है और देश की उन्नति का एक अति आवश्यक अंग है| विज्ञापन ऐसे होने चाहिए जोकि सही जानकारी दे और जनता एवं युवा पीढ़ी को भ्रमित एवं विचलित होने से बचाये|
- ठाकोर जोशी -
(शब्द 413)
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