निबंध - संतुलित आहार एवं अच्छा स्वास्थ्य
संतुलित आहार अच्छे एवंम निरोगी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है|
परन्तु मात्र संतुलित आहार से ही अच्छा स्वास्थ्य नहीं मिलता| संतुलित आहार के साथ साथ जीवन एवं भोजन में नियमितता भी उतनी ही आवश्यक है|
आजकल के इस ग्लोबल,
गतिमान एवं डिजिटल युग में हर व्यक्ति काम काम और काम में इतंना व्यस्त है की उसे अपने खुद के लिए समय ही नहीं मिलता| हर एक व्यक्ति प्रतिस्पर्धा में विजयी होने की ही दौड़ में व्यस्त है| अतः दोपहर का खाना,
जो की बारह से एक बजे तक खा लेना चाहिए वो तीन से चार बजे खाया जाता है| भूख को मारने से गैस एवं एसिडिटी होती है और पूरा खाया भी नहीं जाता| जो खाया जाता है वो भली भांति हझम नहीं होता और आदमी बद हज़मी का शिकार बनता है| इस कारण उसका शाम का भोजन भी अक्सर रात ११-१२ बजे होता है और व्यक्ति को आराम से सोने का भी वक़्त नहीं मिलता और यक्ति समय और बिमारिओं के इस दुष्चक्र में फंस जाता है| गैस, बदहज़मी,
एसिडिटी इत्यादि बीमारियां पनपने से व्यक्ति भोजन से ज्यादा दवाओं पर निर्भर हो जाता है और दवाओं एवं डॉक्टरों के दुष्चक्र में फंस कर रह जाता है|
आजकल के इस ग्लोबल,
गतिमान एवं डिजिटल युग में व्यायाम तो रहा ही नहीं है लोग सिर्फ बैठे ही रहते है लैपटॉप पर अतः मोटापा, चर्बी,
वजन का बढ़ना इत्यादि हो रहा है और लोग पीड़ित हो रहे हैं| लोगों
को खाने का समय नहीं मिलता तो बनाने का समय कहाँ से मिलेगा?
अतः लोग फ़ास्ट-फ़ूड (जंकफूड) खाते है और बीमारिओं का शिकार बनते है| वजन बढ़ना एवं चर्बी बढ़ना दिल के दौरे और मृत्यु का कारण बनते है|
सारांश में अच्छे एवंम निरोगी स्वास्थ्य के लिए जीवन में नियमियता लाना जरूरी है जैसे की समय से सोना,
समय से उठना,
समय पर नास्ता करना, समय पर भोजन करलेना, संध्या से पूर्व कुछ हल्का नास्ता चाय कोफ़ी के साथ और बाद में रात नो बजे तक शाम का खाना खा लेना|
प्रत्येक भोजन के बाद थोड़ा टहलना ताकि शरीर को व्यायाम मिले| जहां तक हो सके जंक फ़ूड का सेवन ना करे|
ठाकोर जोशी
३५० शब्द